केश स्टडीज : सांप्रदायिक दृष्टि से संवेदनशील जिले में जिलाधिकारी

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आप एक सांप्रदायिक दृष्टि से संवेदनशील जिले में जिलाधिकारी के पद पर कार्यरत् हैं एक रात अचानक शहर में सांप्रदायिक झड़प होने की खबर आपको प्राप्त होती है। आप घटना के संबंध में स्थिति की सही-सही जानकारी लेने के लिए पुलिस अधीक्षक से संपर्क करते हैं। कुछ समय बाद इस तरह की घटना शहर के अन्य भागों में होने की खबर मिलती है, और अगले दो दिनों में जिले में कई मुख्य स्थानों पर सांप्रदायिक दंगे शुरू हो जाते हैं। आपको अपने सूत्रों से पता चलता है कि इन  घटनाओं में सत्ता पक्ष के किसी बड़े राजनेता का हाथ है, जबकि पुलिस अधीक्षक ने इन घटनाओं के पीछे कुछ आपराधिक तत्त्वों को प्रमुख कारण बताया है। सरकार ने अगले पाँच दिनों में आपसे इन घटनाओं के संबंध में प्रतिवेदन मांगा है। इस संबंध में सरकार को दिए जाने वाले प्रतिवेदन में आपका दृष्टिकोण क्या होगा?

 

उत्तरः

  • प्रतिवेदन देने से पहले पाँच दिन का समय है।
  •  मैं इस समय का उपयोग घटना के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करने तथा दिए गए स्रोतों की विश्वसनीयता परखने में करूंगा।
  •  पुलिस अधीक्षक से भी आग्रह करूंगा कि वे अपने स्रोतों की विश्वसनीयता की जांच कर लें। 
  • अंतिम प्रतिवेदन तैयार करने से पहले पुलिस अधीक्षक से मंत्रणा भी करूगा।
  •  इस प्रक्रिया के बाद प्रतिवेदन के प्रति निम्नलिखित दृष्टिकोण होगाः
  • अगर विस्तृत विवेचन के बाद मुझे लगता है कि मेरा पक्ष गलत है तो मैं प्रतिवेदन में अपने पक्ष को स्थान न देकर केवल पुलिस अधीक्षक के पक्ष को स्थान दूंगा।
  • अगर मुझे लगता है कि मेरा पक्ष पूरी तरह सही है तो अपने पक्ष को प्रमुखता दूंगा परंतु पुलिस अधीक्षक मत को भी स्थान दूंगा।
  •  अगर विस्तृत सूचना प्राप्त करने के बाद भी कोई एक पक्ष स्पष्ट रूप से अधिक सही सिद्ध नहीं हो रहा है तो दोनों पक्षों को बराबर स्थान दूंगा।

 

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