सामान्य अध्ययन-I Archive

राजपूत काल

  राजपूतों के इतिहास के बारे में  अभिलेखों में ग्वालियर एवं ऐहोल अभिलेख तथा साहित्य में नयचन्द्रसूरि का 'हम्मीर महाकाव्य', पद्मगुप्त का 'नवसाहसांकचरित', हलायुध की 'पिंगलसूत्रवृति', 'कुमारपाल चरित', 'वर्ण रत्नाकार' एवं पृथ्वीराजरासो आदि प्रमुख है। राजपूत का अर्थ राजपूत शब्द संस्कृत के 'राजपुत्र' का अपभ्रंश है। सामान्यत: इसका अर्थ होता है, 'राजा …

भू-स्खलन : लक्षण व कारण

भू-स्खलन भू-स्खलन एक ऐसी प्राकृतिक आपदा व परोक्ष रूप से मानव जनित आपदा है जिसे स्पष्ट रूप से परिभाषित करना और इसके व्यवहार को शब्दों में बांधना मुश्किल कार्य है।  परंतु फिर भी पूर्व के अनुभवों, इसकी बारंबारता (Repitition) और …

मौर्यकालीन कला

  कला की दृष्टि से हड़प्पा की सभ्यता और मौर्यकाल के बीच लगभग 1500 वर्ष का अंतराल है। इस बीच की कला के भौतिक अवशेष उपलब्ध नहीं है। महाकाव्यों और बौद्ध ग्रंथों में हाथीदाँत, मिट्टी और धातुओं के काम का उल्लेख है।  किन्तु मौर्यकाल से पूर्व वास्तुकला और मूर्तिकला के मूर्त उदाहरण कम ही मिलते हैं। इस …

मुग़लकालीन स्थापत्य एवं वास्तुकला

  दिल्ली सल्तनत काल में प्रचलित वास्तुकला की ‘भारतीय इस्लामी शैली’ का विकास मुग़ल काल में हुआ।  मुग़लकालीन वास्तुकला में फ़ारस, तुर्की, मध्य एशिया, गुजरात, बंगाल, जौनपुर आदि स्थानों की शैलियों का अनोखा मिश्रण हुआ था।   मुग़लों ने भव्य महलों, क़िलों, द्वारों, मस्जिदों, बावलियों आदि का निर्माण किया।  वास्तव …

सल्तनतकालीन स्थापत्य एवं वास्तुकला

  सल्तनत काल में भारतीय स्थापत्य कला के क्षेत्र में जिस शैली का विकास हुआ, वह भारतीय तथा इस्लामी शैलियों का सम्मिश्रिण थी। इसलिए स्थापत्य कला की इस शैली को ‘इण्डो इस्लामिक’ शैली कहा गया। इण्डों-इस्लामिक स्थापत्य कला शैली की विशेषताएँ निम्न प्रकार …

भारतीय मूर्तिकला

  भारतीय मूर्तिकला भारत के उपमहाद्वीपों की सभ्यताओं की मूर्तिकला परंपराएँ, प्रकार और शैलियाँ का संगम है।  भारतीय भवन प्रचुर रूप से मूर्तिकला से अलंकृत हैं और प्रायः एक-दूसरे से अलग नहीं किए जा सकते। इतिहास अन्य कलाओं के समान ही भारतीय …

भारतीय हस्तकला

  भारतीय पारम्परिक क्रॉफ्ट हमेशा से ही काफी चर्चित और आकर्षण का केंद्र रहे हैं। इतनी पुरानी विधा तथा उद्योग का 21वीं सदी तक टिका रहना इसकी सम्पन्न व समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, मजबूत इतिहास और बहुमूल्यता को दर्शाता है। राजस्थान, …

सूफी आंदोलन

  इस्लाम का उदय  इस्लाम की स्थापना पैगम्बर मोहम्मद द्वारा की गयी थी। इस्लाम ने अपने भीतर ही कई धार्मिक और आध्यात्मिक आंदोलनों को देखा।  इस्लाम के भीतर दो मुख्य पंथ (Sects) उभरे। प्रथम, सुन्नी और द्वितीय शिया। भारत में तो …

 पुनर्जागरण / रिनैशां

  'रिनैशां' का अर्थ 'पुनर्जन्म' होता है।  मुख्यत: यह यूनान और रोम के प्राचीन शास्त्रीय ज्ञान की पुन:प्रतिष्ठा का भाव प्रकट करता है।  यूरोप में मध्ययुग की समाप्ति और आधुनिक युग का प्रारंभ इसी समय से माना जाता है।  यूरोप में आरंभ  इटली में इसका …

1857 ई. का विद्रोह

  लॉर्ड डलहौजी के पश्चात् लॉर्ड कैनिंग गवर्नल जनरल (governor general) बनकर भारत आया और इसी के शासनकाल में १८५७ ई. में ब्रिटिश शासन के खिलाफ विद्रोह हुआ.  शीघ्र ही यह विद्रोह मेरठ, कानपुर, बरेली, झाँसी, दिल्ली और लगभग पूरे …